कटनी जिला अस्पताल में पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके अठया के नाम से रेलवे वेंडर्स को मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं।
डॉ. अठया 7 जून को दमोह स्थानांतरित हो चुके हैं। फिर भी उनकी सील और हस्ताक्षर से कटनी जिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट के रूप में प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं। इन दस्तावेजों में ओपीडी पर्ची, जांच रिपोर्ट और मेडिकल सर्टिफिकेट शामिल हैं।
डॉ. अठया ने कई रेलवे वेंडर्स को ये सर्टिफिकेट दिए हैं। 30 अगस्त को अंकित पटेल और रिंकू बर्मन के नाम जारी सर्टिफिकेट में भी यही अनियमितता पाई गई है। सभी सर्टिफिकेट पर जिला अस्पताल की ओपीडी पर्ची नंबर अंकित है।
इस मामले में अस्पताल की ओपीडी पर्ची जारी करने वाली एजेंसियों के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए आवश्यक दूसरी पर्ची कर्मचारी के विशेष आईडी और पासवर्ड के बिना नहीं निकाली जा सकती। यह स्पष्ट करता है कि इस कार्य में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों का हाथ है।
पूर्व CMHO बोले- मैं पहले एक डॉक्टर हूं
इस मामले में पूर्व सीएमएओ डॉ. आरके अठया ने बताया है कि मेरा तबादला दमोह भले हो गया है, लेकिन मैं एक चिकित्सक हूं और जांच के लिए लिख सकता हूं। मेरा पहला दायित्व लोगों का इलाज करना और परामर्श देना है। यह बात अलग है कि ओपीडी पर्ची जिला अस्पताल की थी। शायद मेडिकल सर्टिफिकेट जारी नहीं किया। लोग बेवजह शिकायत कर रहे हैं।
हमारे पास नहीं आई शिकायत
इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल में कोई भी रेडियोलॉजिस्ट पदस्थ नहीं हैं। मेडिकल सर्टिफिकेट और ओपीडी पर्चियों में जो डॉ. आरके अठया के सील-साइन हैं। वे वर्तमान में जिला अस्पताल में पदस्थ नहीं हैं। उनका कहना है कि इस संबंध में उन्हें कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

