
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने जीएसटी स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए 5 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 40 प्रतिशत का नया स्लैब लागू करने का फैसला किया है। क्रिसिल इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार इस बदलाव से ऑटोमोबाइल उद्योग और ग्राहकों को सीधा फायदा होगा और गाड़ियों की कीमतों में 8.5 प्रतिशत तक की कमी आएगी।रिपोर्ट के मुताबिक 1,200 सीसी से कम पेट्रोल या 1,500 सीसी से कम डीजल इंजन वाली एंट्री-लेवल हैचबैक, प्रीमियम हैचबैक, कॉम्पैक्ट सेडान और सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी की कीमतें करीब 8.5 प्रतिशत घटेंगी। वहीं बड़ी सेडान, कॉम्पैक्ट एसयूवी, मिड एसयूवी और एमपीवी में लगभग 3.5 प्रतिशत की कमी आएगी।1,500 सीसी से अधिक इंजन वाली प्रीमियम एसयूवी और एमपीवी में 6.7 प्रतिशत की गिरावट होगी, जबकि दोपहिया वाहनों की कीमतें 7.8 प्रतिशत तक घटेंगी। हालांकि 350 सीसी से ऊपर की प्रीमियम बाइक्स 6.9 प्रतिशत महंगी हो जाएंगी।रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रैक्टर और हाइड्रोजन वाहनों की कीमतें 6.3 प्रतिशत घटेंगी। तिपहिया, एलसीवी, एमएचसीवी और बसों में लगभग 7.8 प्रतिशत की कमी होगी। वहीं सभी ऑटोमोबाइल कंपोनेंट्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी लागू होने से कंपोनेंट्स की कीमतों में भी गिरावट आएगी।उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम त्योहारी सीजन में बिक्री को बढ़ावा देगा। किआ इंडिया के डीलर राघवेंद्र सिंह ने कहा कि नए रेट्स 22 सितंबर से लागू होंगे, जिससे नवरात्रि पर ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी। रेनॉल्ट इंडिया के एमडी वेंकटराम मामिलपल्ले ने इसे भारतीय अर्थव्यवस्था और ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक सुधार बताया।