
भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक ढाबे के रसोइए के खाते से 46 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेन-देन हुआ है। आयकर विभाग ने इस लेन-देन पर रसोइया रविंद्र सिंह चौहान को नोटिस थमाया है।
जानकारी के अनुसार, रविंद्र सिंह चौहान ग्वालियर बाइपास स्थित टोल प्लाजा पर रसोइया के रूप में काम कर रहे थे। सात साल पहले बिहार के बक्सर जिले के एक सुपरवाइजर शशिभूषण राय ने उन्हें दिल्ली ले जाकर पंजाब नेशनल बैंक, उत्तम नगर वेस्ट ब्रांच में खाता खुलवाया। शशिभूषण राय ने उन्हें हर महीने 5,000 रुपये अतिरिक्त इनकम का लालच देकर यह खाता खुलवाया था।
कुछ महीने बाद कोई राशि खाते में नहीं आई, तो रविंद्र दिल्ली जाकर खाता बंद करवाने की कोशिश करने लगे, लेकिन उन्हें बताया गया कि इसके लिए जीएसटी शाखा की अनुमति जरूरी है। इसके बाद उन्होंने इस मामले को भूल गए।
अप्रैल 2025 में उन्हें घर पर अंग्रेजी में एक नोटिस मिला, जिसका उन्हें कोई मतलब नहीं समझ आया। जुलाई में फिर आयकर विभाग का नोटिस आया। पड़ताल में सामने आया कि उनके भिंड वाले बैंक खाते के अलावा दिल्ली में भी एक खाता शौर्या इंटरनेशनल ट्रेडर्स कंपनी से जुड़ा हुआ था, जिसमें करोड़ों का लेन-देन किया गया।
इस संबंध में रविंद्र सिंह ने ग्वालियर के सिरौल थाने में शिकायत दर्ज कराई है। थाना प्रभारी गोविंद बगोली ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपी सुपरवाइजर शशिभूषण राय की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।यह मामला बैंकिंग फ्रॉड और अवैध धन संबंधी जांच का विषय बन गया है, और पुलिस व आयकर विभाग इसकी गहराई से जांच कर रहे हैं।