
तारीख: 7 सितंबर 2025, रविवार🌑 घटनाक्रम: पूर्ण चंद्रग्रहण के साथ पितरपक्ष की शुरुआत🔔 मुख्य जानकारी:ओंकारेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग मंदिर में चंद्रग्रहण के दौरान विशेष व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। ज्योतिषाचारियों के अनुसार सूतक काल दोपहर 12:56 बजे से प्रारंभ होगा। ग्रहण रात 9:56 बजे से शुरू होकर 1:26 बजे तक रहेगा। मंदिर के पट ग्रहण काल के दौरान बंद रहेंगे। गर्भगृह में जल, फूल, बेलपत्र या पूजन सामग्री ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।📋 विवरण:सुबह 05:00 बजे मंदिर के पट पूर्ववत खुलेंगे।रात्रि 09:30 बजे भगवान ओंकारेश्वर की शयन आरती संपन्न होगी।चंद्रग्रहण प्रारंभ होते ही रात 09:58 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।ग्रहण समाप्ति के बाद मंदिर का विधिवत शुद्धिकरण और पूजा-अर्चना होगी।⚠️ सूटक काल में पालन करें ये बातें:✔️ बच्चों, वृद्धों व बीमारों को छोड़कर सभी को सूतक नियमों का पालन करें।✔️ इस दौरान भोजन न करें, घर का बना भोजन तुलसी पत्ता या कुशा मिलाकर लें।
पूजा-पाठ न करें और देवी-देवताओं की मूर्ति को न छुएं।✔️ घर से बाहर न जाएं।✔️ गुरु मंत्र या ईष्ट देवता का यथाशक्ति भजन करें।🙏 ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर ट्रस्ट की अपील:सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि सूतक काल व ग्रहण काल के धार्मिक नियमों का पालन करें तथा मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित व्यवस्थाओं में सहयोग दें।📊 चंद्रग्रहण का समय:प्रारंभ: 9:56 PMमध्य बिंदु: 11:41 PMसमाप्ति: 1:26 AM (8 सितंबर)🚩 श्रद्धालु ध्यान दें:ग्रहण काल में संयमित रहें और धार्मिक नियमों का पालन करें, जिससे जीवन में सकारात्मकता बनी रहे।