
कटनी। जिले में सोमवार को मानवता की मिसाल पेश करने वाला मामला सामने आया। ग्राम बमोरी बड़वारा की 27 वर्षीय प्रिया कोल अपने पति के साथ बस से गाँव लौट रही थी। सफर के दौरान महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।इसी बस में आशा सुपरवाइजर प्रभा तिवारी भी मौजूद थीं, जो कन्हवारा बैठक में जा रही थीं। उन्होंने महिला की गंभीर हालत देखकर परिजनों को समझाया और तुरंत कन्हवारा अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया।महिला को भर्ती कराने के मात्र 10 मिनट बाद ही उसका सुरक्षित प्रसव हुआ और उसने 2 किलो 700 ग्राम के स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राज सिंह ठाकुर ने बताया कि यदि प्रसव बस या रास्ते में होता तो माँ और शिशु दोनों की जान को खतरा हो सकता था। आशा सहयोगिनी प्रभा तिवारी ने समय पर सही निर्णय लेकर दोनों की जान बचाई है।यह घटना बताती है कि आशा कार्यकर्ता संवेदनशीलता और जिम्मेदारी से काम करें तो मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में बड़ी मदद मिल सकती है।