
कटनी, मध्यप्रदेश | जनता वाणी न्यूज़वर्ष 2022 में दर्ज किए गए झूठे आपराधिक मामले में गिरधारी सेवलानी को आखिरकार न्याय मिल गया है। कोर्ट ने उन्हें सभी आरोपों से दोषमुक्त करार दिया है।इस मामले की जांच कर रहे थे मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज़ कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारी — संजय सिंह (जांच प्रभारी) और मधुर खुद (तत्कालीन जिला प्रबंधक)। आरोप है कि इन दोनों ने अपने पद का दुरुपयोग कर गिरधारी सेवलानी के खिलाफ झूठा केस गढ़ा, जबकि उन्होंने पहले ही लाखों रुपये की एडवांस सिक्योरिटी राशि जमा कर रखी थी।साजिश का नतीजा ये हुआ कि गिरधारी को चार साल तक सामाजिक, मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। उनकी मिल बिकवाई गई और उन्हें जेल भी जाना पड़ा। इससे भी बड़ा असर यह हुआ कि कटनी की 6 चावल मिलें बंद हो गईं, और सैकड़ों परिवार बेरोजगारी की चपेट में आ गए।ऐसी ही साजिश का शिकार ‘रोहरा इंडस्ट्रीज’ के प्रोपराइटर बंटू रोहरा भी हुए हैं।उनके ऊपर भी इसी प्रकार का फर्जी आपराधिक मामला दर्ज कराया गया, जो पिछले 4 वर्षों से थाना माधव नगर, कटनी में लंबित पड़ा है।अब तक उसका चालान डायरी माननीय कटनी न्यायालय में पेश तक नहीं की गई है।बंटू रोहरा आज तक इस झूठे प्रकरण की वजह से सामाजिक प्रताड़ना झेल रहे हैं, और उनकी ₹2 करोड़ 50 लाख की एडवांस सिक्योरिटी राशि भी फंसी हुई है।व्यापारी संगठनों का कहना है कि सिविल सप्लाईज़ कॉरपोरेशन के इन अधिकारियों ने पद का खुला दुरुपयोग किया, और प्रमोशन व निजी फायदे के लिए निर्दोष व्यापारियों को बलि का बकरा बना दिया।अब व्यापारी वर्ग और जनप्रतिनिधि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, साथ ही पीड़ित व्यापारियों को न्याय और मुआवजा देने की अपील कर रहे हैं।🖋 संपादक: कृष्णा रोहराजनता वाणी न्यूज़ | कटनी