
कटनी जिले के सभी दाल मिल संचालक इन दिनों गहरे संकट से जूझ रहे हैं। उत्पादन में गिरावट, मांग में कमी और कच्चे माल के बढ़ते दामों के चलते अधिकांश मिलें या तो बंद हो चुकी हैं या भारी घाटे में चल रही हैं।मिल मालिकों का कहना है कि न तो उन्हें सरकार से कोई राहत मिल रही है, और न ही बाजार में स्थिरता है। पिछले कुछ महीनों में चना, मसूर और अरहर जैसी दालों की कीमतों में अस्थिरता के चलते व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऊपर से बिजली, ट्रांसपोर्ट और लेबर का खर्च भी लगातार बढ़ता जा रहा है।अब दाल मिल संचालक शासन-प्रशासन से राहत पैकेज और समर्थन मूल्य की माँग कर रहे हैं ताकि उद्योग को फिर से पटरी पर लाया जा सके।कटनी जिले की आर्थिक स्थिति पर इसका सीधा असर पड़ता दिखाई दे रहा है।