
जबलपुर। चरगवां के पास सिद्धपुरी गांव में आज भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव बना हुआ है। हाल ही में 25 वर्षीय गर्भवती बरसा बाई ठाकुर को प्रसव पीड़ा के दौरान उनके परिजनों ने मजबूरी में चारपाई पर लेटाकर लगभग दो किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाना पड़ा। साथ में उनके नन्हेंलाल ठाकुर सहित अन्य ग्रामीण भी थे।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई बार ग्राम पंचायत और सरपंच से सड़क निर्माण की मांग की गई, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। चुनाव के समय पक्की सड़क बनाने का वादा करने वाले नेता अब कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। सिद्धपुरी गांव में सैकड़ों की आबादी रहने के बावजूद सड़क का न होना लोगों के जीवन को हर दिन जोखिम भरा बना देता है।ग्रामीणों का कहना है कि यह उपेक्षा सालों से चली आ रही है, लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।