एक गांव, दो मर्डर, मरने वाले और तारीख अलग, लेकिन वारदात का तरीका एक जैसा। पहले साथ बैठकर पार्टी करता, नशा चढ़ने पर गला दबाकर मार देता। मर्डर के बाद या तो लाश को नदी में फेंक देता या मेन रोड पर, जिससे हत्या, हादसा लगे। हत्या का कारण मामूली विवाद में गाली देना या हाथ उठाना था।
यह साइको किलर खरगोन जिले का रहने वाला 45 साल का धनिया उर्फ धमेंद्र है, जो अब पुलिस की गिरफ्त में है। इसकी लिस्ट में अभी चार से पांच नाम और थे। यह क्राइम सीरियल देखने का शौकीन है, इसी से आइडिया लेकर इसने वारदात को अंजाम दिया।
दैनिक भास्कर की टीम ने पुलिस से बात कर यह जानने की कोशिश की कि मर्डर क्यों किया, इसके पीछे क्या कारण था, पढ़िए रिपोर्ट…
दरअसल, खंडवा पुलिस को 26 जून को नर्मदा नदी में एक शख्स की लाश मिली थी। पहले तो लगा डूबने से मौत हुई होगी, लेकिन पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन मामला ट्रेस तब हुआ जब हत्यारे ने दूसरी बार वारदात की।https://dainik.bhaskar.com/BioYxbiIAWb
“इस बार भी उसने गांव के ही व्यक्ति का गला दबाया और फिर एक्सीडेंट बताने के लिए उसे सड़क पर पटक दिया। इसके बाद खरगोन की सनावद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी ने पूछताछ के दौरान पहली वारदात का खुलासा भी कर दिया|
10 सितंबर को फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद खंडवा मर्डर केस में FIR दर्ज की गई है। आरोपी पहले से ही जेल में था, पुलिस अब प्रोडक्शन वारंट के जरिए दोनों मामलों में कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

अब सिलसिलेवार जानिए, साइको किलर ने कैसे दिया दो मर्डर को अंजाम
शुरुआत दूसरी वारदात से, जिससे पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी
सनावद पुलिस के अनुसार, 18 जुलाई को इंदौर-खंडवा रोड पर फॉरेस्ट नाका के पास लाश होने की सूचना मिली थी। शिनाख्त प्रकाश पिता रमेश गायकवाड़ (45) निवासी ग्राम बडूद (खरगोन) के रूप में हुई। पोस्टमॉर्टम के लिए शव को सनावद अस्पताल भिजवाया गया।
रिपोर्ट में मौत दम घुटने से होना पाया गया। डॉ. विजय कोरी ने पुलिस को बताया कि हत्या में तौलिया या गमछे का इस्तेमाल किया गया है। जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी चेक किए। गांव पहुंचकर लोगों से भी पूछताछ की। पड़ताल में पता चला कि घटना वाले दिन बडूद के ही रहने वाले धनिया उर्फ धर्मेंद्र के साथ दिखा था।
पुलिस ने धर्मेंद्र को तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। 23 जुलाई को सूचना मिली कि धर्मेंद्र बायपास पर क्रेशर खदान के पास दिखा है। टीम ने उसे घेराबंदी करके हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान वह पुलिस को गुमराह करता रहा। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने प्रकाश गायकवाड़ की हत्या करना कबूल लिया।

आरोपी बोला- गाली दी थी, इसलिए मार दिया
पूछताछ में आरोपी ने बताया, 17 जुलाई को प्रकाश उसे बड़वाह में मिल गया। पूछने पर उसने बताया कि रिश्तेदार के यहां तेरहवीं के कार्यक्रम में आया हूं। गांव में वह अक्सर मुझे गालियां दिया करता था, उस दिन भी उसने मुझे गालियां दीं। मैं उसे पहले ही मारना चाहता था। उस दिन भी गाली दी तो ठान लिया अब इसे मारकर ही रहूंगा। मैंने उससे पता कर लिया कि वह कब लौटने वाला है। शाम को पूरी प्लानिंग से मैं प्रकाश के इंतजार में ब्रिज के पास आकर खड़ा हो गया।
रात करीब 8 बजे वह सनावद तरफ से पैदल आते दिखा। मैं बाइक से उसके पीछे गया और उसे रोक लिया। मैंने कहा- चलो पहले पार्टी करते हैं, फिर चले जाना। वह मान गया। मैंने सबसे पहले शराब खरीदी। इसके बाद प्रकाश को लेकर फॉरेस्ट नाके के पास पहुंचा। यहां बाइक एकांत में खड़ी कर दी और जंगल में पहाड़ी के किनारे शराब पीने पहुंचा।

प्रकाश को खूब पिलाया। शराब खत्म हुई तो और लाने के लिए खड़ा हुआ। खड़े होते ही प्रकाश के गले में गमछा डला दिखा। मैंने उसे तेजी से खींच दिया। कुछ देर तड़पने के बाद वह शांत हो गया। इसके बाद मैंने उसका गला दबाया। हत्या के बाद मैं लाश को लेकर फॉरेस्ट नाके के सामने मेन रोड पर पहुंचा। यहां बीच रास्ते में उसे यह सोचकर फेंक दिया कि कोई भी वाहन उसे कुचलता हुआ निकल जाएगा।
जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने आरोपी के कब्जे से गमछा, बाइक और मोबाइल जब्त कर लिया।
पूछताछ में खुल गया दूसरे मर्डर का राज
प्रकाश की हत्या में पूछताछ कर रही पुलिस तब दंग रह गई, जब बातों-बातों में आरोपी धनिया उर्फ धर्मेंद्र ने बताया कि एक महीने पहले भी गांव के एक युवक की उसने हत्या की थी। उसने बताया- बस ड्राइवर सालकराम उर्फ नाना से वह बैर रखता था। इसलिए उसकी हत्या की। हम दोनों के बीच काफी पहले विवाद हुआ था, तब उसने, अपने भाई के साथ मिलकर मुझे गाली देकर पीटा था। तब से ही मैंने उसे मारने का सोच लिया था।
उसने बताया कि सालकराम की हत्या भी प्रकाश जैसे ही की थी। एक दिन वह सालकराम को पार्टी के बहाने निर्माणाधीन नेशनल हाईवे के नर्मदा ओवरब्रिज के पास ले गया था। यहां शराब खरीदकर पिलाई। नशा चढ़ा तो अपने गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या को हादसा दिखाने के लिए शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया, जिससे लोगों को लगे कि शराब के नशे में वह डूब गया होगा।

लाश को कुत्तों ने नोंचा, मुश्किल से हुई शिनाख्त
आरोपी ने बताया कि 20 जून को मारकर उसने शव को नदी में फेंका था। 26 जून को पुलिस को लाश मिली थी। कुत्तों ने शरीर का काफी हिस्सा नोंच डाला था, जिससे उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा था। परिवार ने गुमशुदगी दर्ज करवाई थी, जिस कारण उसकी शिनाख्ती हुई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम मांधाता अस्पताल में कराया, जिसमें गला दबाने से उसकी मौत होना पाया गया।
चार-पांच लोग और लिस्ट में थे, जिन्हें मारना चाहता था
आरोपी ने दूसरे मर्डर केस के दौरान सनावद पुलिस को पूछताछ में बताया कि मर्डर का प्लान उसे क्राइम सीरियल देखकर आया था। पहली वारदात में उसे लगा कि उसका प्लान सफल हो गया है। इस पर उसने ठान लिया कि सालकराम और प्रकाश को तो वह मार ही चुका है। गांव के चार-पांच लोग और हैं, जिन्होंने उससे विवाद किया है, गालियां दी हैं, उनका भी मर्डर कर दूंगा।
क्राइम सीरियल देखने का आदी, यहीं से की प्लानिंग
आरोपी धर्मेंद्र की पुलिस ने हिस्ट्री निकाली तो पता चला कि कुछ सालों तक वह सनावद पुलिस की गुंडा लिस्ट में शामिल था। बीमार रहने के कारण बाद में घर पर ही समय बिताने लगा। वह शराब का आदी था। दिन-रात टीवी देखता था, जिसमें ज्यादा क्राइम सीरियल होते थे। घर से बाहर होने पर वह मोबाइल पर क्राइम सीरियल के एपिसोड देखा करता था।
रेप केस में जेल गया, कुछ महीने पहले ही छूटकर बाहर आया
आरोपी धनिया को काफी समय पहले पत्नी और बच्चे छोड़कर जा चुके हैं। वह सनावद में लिस्टेड गुंडा रहा है। उस पर पहले से भी मारपीट, गुंडागर्दी, दुष्कर्म समेत दूसरे मामले दर्ज हैं। अप्रैल महीने में दुष्कर्म के एक मामले में 5 साल की सजा काटकर वह जेल से बाहर आया है।

पहले से जेल में धनिया, प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी पुलिस
मोरटक्का चौकी प्रभारी लखन डावर ने बताया कि आरोपी धनिया फिलहाल सनावद थाना क्षेत्र के मर्डर केस में बड़वाह जेल में है। इस मामले में उससे पहले पूछताछ हो चुकी है, उसकी गिरफ्तारी, मौका नक्शा और घटनास्थल के मेमोरेंडम आदि के लिए उसे जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए कोर्ट में आवेदन दे दिया है।
लाश सड़ चुकी थी, इसलिए कराया डाइटम टेस्ट
खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि, सालकराम की लाश सड़ चुकी थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ज्यादा क्लियर नहीं हो पाया कि मौत की वजह क्या थी। इसी दौरान सनावद में हत्या हो गई। वहां आरोपी ने कबूला कि उसने मोरटक्का में भी वारदात की थी। पुलिस ने आरोपी के कबूलनामे के आधार पर लाश का डाइटम टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई
यानी सालकराम की मौत डूबने से नहीं हुई थी। टेस्ट रिपोर्ट और आरोपी से जब्त साक्ष्यों के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, आरोपी के जेल में हाेने से कोर्ट से परमिशन लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या होता है डाइटम टेस्ट
डाइटम टेस्ट एक फॉरेंसिक परीक्षण है जो यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि किसी व्यक्ति की माैत पानी में डूबने से हुई है या नहीं। इस परीक्षण में, मरने के बाद व्यक्ति के शरीर के अंगों और ऊतकों में डाइटम (एककोशिकीय शैवाल) की उपस्थिति की जांच की जाती है।
यदि जीवित व्यक्ति पानी में डूबता है, तो डाइटम उसके फेफड़ों में चले जाते हैं और रक्त प्रवाह के माध्यम से शरीर के अन्य अंगों तक पहुंच जाते हैं, जिससे यह पता चलता है कि डूबना मृत्यु से पहले हुआ था।
